
इस फिल्म को कौन लिखा हैं और कौन कौन कलाकार हैं ?
- प्रॉडकसन : विजय एंटनी फिल्म कार्पोरेट
- निर्देशक :लियो जान पाल
- कलाकार :विजय एंटनी ,अजय दिशान । महानदी शंकर । समुथिरकनी । ब्रिगिटा । दिपशिक
- संगीत ; विजय एंटनी
- फिल्म किस दिन रिलीज हो रही हैं ;27.06.2025 को सिनेमा घरों में रिलीज होंगी
- ये फिल्म कितने घंटा का हैं ; फिल्म की समाए लगभाग 2 घंटा 32 मिनट का हैं

Margan film ek Thrilar hai
फिल्म की कहनी क्या हैं पूरा पड़े
फिल्म की कहानी कुछ इस तरह स्टाट होतो हैं चेन्नई में एक महिला को किसी राहसमाई तरिके से उसे किसी ने जहर का इंजेक्शन दे देता हैं उस महिला की हत्या कर दी जाती हैं और उस महिला को शव आग में जला दिया जाता हैं इस महिला की जाँच करने पुलिस ईसपेक्टर ब्रिगेडा मामले को जाँच करने निकाल जाती हैं मुंबई में किसी और एक पुलिस वाले को खबर बारे में पता चलता हैं पता चलता हैं और वह पुलिस वाला इस मामले को जाँच कर की अनुमति मगत हैं क्यों की वह पहले ही जहर का इंजेकसन लगवा चुका हैं और वह पुलिस वाला अपने दिवटी से छुट्टी पर हैं इसी लिए वह इस मामले को जाँच करने चेन्नई आता हैं वहा सक के आधार पर अजय दिशान को गिरफ्तार कर लेता हैं पुछ ताछ की जाती हैं उसके बाद एक और बात छोंकाने वाली सामने आजती हैं और उसके बाद जो जानकारी दी गई जानकारी द्वारा विजय एंटनी हत्या करने वाले तक पहुच जाता हैं वह एक और बात चौकाने वाली पता चली हैं मार्गन एक फिल्म हैं जो कभी ट्विस्ट देखने को मिलता हैं

फिल्म की कहानी क्या हैं पूरा जाने ?
जौन पाल बहुत सारे फिल्मों में एडटर का काम कर चुके हैं अब निर्देशक के काम कर रहे हैं
कई फिल्मों में बतौर एडिटर काम कर चुके लियो जॉन पॉल ने इस फिल्म से निर्देशन में कदम रखा है। फिल्म को मनोरंजक बनाना एडिटर पर ही निर्भर करता है। उन्होंने कई फिल्मों को कैंची से काटने के अपने अनुभव से एक रोमांचक थ्रिलर दी है। उन्होंने पटकथा इतनी रोचकता से लिखी है कि आपको आश्चर्य होता है कि यह कोई वास्तविकता वाली फिल्म है या काल्पनिक फिल्म, और उन्होंने किरदारों को जरूरत के हिसाब से चुना और फिट किया है। उन्होंने क्लाइमेक्स सीन में स्पेशल स्कोर बनाया है और फिल्म को सफलता की राह पर ले गए हैं।
विजय एंटनी के लिए, इस तरह की थ्रिलर अगर अलग कहानी वाली हो तो हलवा खाने जैसा है। इसमें भी, वह अपने मासूम चेहरे और यथार्थवादी अभिनय से प्रभावित करते हैं। उन्होंने उन दृश्यों में अच्छा अभिनय किया है जहाँ वह पूरी फिल्म में एक पुलिस अधिकारी के रूप में केस को सुलझाने के लिए संघर्ष करते हैं।

इस फिल्म में पहली बार काम कर रहे अजय दीशान का किरदार विजय एंटनी से मिलता-जुलता है। यहां तक कि कुछ दृश्यों में तो वह विजय एंटनी से भी आगे निकल जाता है।
इनके अलावा महानदी शंकर और ब्रिगिटा, जिन्होंने पुलिस की भूमिका निभाई समुथिरकानी का अभिनय बेहतरीन है। दीपशिखा ने अपने अनोखे अभिनय से फिल्म को ऊंचाई दी है। विनोद सागर, रामचंद्रन, कनिमोझी और फिल्म में अभिनय करने वाले अन्य कलाकारों ने भी अपनी भूमिका बखूबी निभाई है।
सिनेमेटोग्राफर युवा का कैमरावर्क दृश्यों को खूबसूरती से कैद करता है। विजय एंटनी का संगीत, गाने और बैकग्राउंड स्कोर मज़ेदार हैं।

इसके अतिरिक्त, निर्देशक ने फिल्म को एक सस्पेंस थ्रिलर के रूप में शुरू करके इतना रोचक बना दिया है कि इसे एक फंतासी फिल्म कहा जा सकता है।
यह एक बड़ा ट्विस्ट है कि क्लाइमेक्स कुछ ऐसी बात के साथ समाप्त होता है जो तमिल सिनेमा में पहले कभी नहीं कहा गया।
हालांकि, सीरियल मर्डर, एक ही पैटर्न और कई रोमांचक घटनाओं जैसे कि किसने किया, के बावजूद एक भी ऐसा सीन नहीं है जो दर्शकों को अपनी सीट से बांधे रखे। खास तौर पर जब अजय दीशान का किरदार किसी कॉन्सेप्ट के साथ आगे बढ़ता है, तो दर्शक असमंजस में पड़ जाते हैं कि कहानी को किस तरफ से आगे बढ़ाया जाए