आमिर खान की फिल्म आई थी। 2007 में तारे जमीन पे उसका सीक्वल दो 2025 में सितारे जमीन पर आ चुकी है ये दोनों फिल्म एक जैस े कॉन्सेप्ट पर बनी है taare zameen pe film ओरिजनल है

taare zameen per film ओरिजनल थी magar sitare zameen पर 2018 में आई कैम्पियो उसका रीमेक है जिसे पहले ही हॉलीवुड में कैम्पियन नाम से बनाया जा चुका है उसका रीमेक सितारे जमीन पर है।
रिमेक को आजकल श्राप की तरह देखा जाता है किसी भी फिल्म रीमेक के साथ ये स्टंप जुड़ जाता है उसे लोग गलत दृष्ट से देखने लगते हैं चाहे वह फिल्म चाहे । कितना भी बढ़िया हो चाहे आप देख लीजिए पिछले मंगलवार आमिर खान की लाल सिंह चड्डा आई थी उस फिल्म के इर्द गिर्द अफवाह फैला दिया गया था सोशल मीडिया पर जिसके पीछे उसका रीमेक होना एक बहुत बड़ा कारण था वही सितारे जमीन के टैग के पास जो नकल के लिए भी अक्ल चाहिए aamir khan sitare zameen per इस फिल्म से साबित करना चाहते हैं रीमेक भी करना बहुत कठिन होता ह



सितारे जमीन पर कहानी इस तरह से स्टार्ट होती है एक बहुत अकड़ किस्म का आदमी है जो दुनिया भर का ठेंगा दिखाता फिरता है मगर उसकी तरफ कोई उंगली भी उठाता है तो गुस्से के मारे आग बबूला हो जाता है फिल्म में आमिर खान का नाम गुलशन अरोड़ा रहता है दिल्ली के राजपत्र नगर में रहता है बास्केट बॉल का एस्पेयर बना चाह रहा था मगर कद इतना छोटा की उछल कर बास्कर कभी छू न पाए उसे लगता है कि कुछ है मैं कर पाऊंगा मगर यह बात दुनिया को साबित करने के लिए बाकी है दिल्ली बास्केटबॉल जूनियर का कोच है एक दिन सीनियर का कोच को हाइट का मजाक उड़ा देता है उसे थप्पड़ जोड़कर धार देता है शराब के नशे में दिल्ली पुलिस को गाड़ी को ही ठोंक देता है मामला पहुंच जाता है। कोर्ट में साझा मिलती है के तीन महीने तक डाउन से जूझ रहे बच्चे को बास्केट बॉल को कोचिंग करें यहा से गुलशन बच्चों

https://youtu.be/YH6k5weqwy8?si=cUAmbQFVd8pmx-wq

एक बार जरूर फिल्म देखें

पहला देश में कई इमोशनल है।दूसरे में तो बहुत सारा खतरनाक अवरोध होगी